COVID-19 फिर से दस्तक दे रहा है: क्या भारत को चौथी लहर का खतरा है?

भारत एक बार फिर COVID-19 के खतरे के साये में आ गया है। हाल के हफ्तों में देश के कई राज्यों में एक्टिव केसों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसने स्वास्थ्य विभाग और आम नागरिकों की चिंता बढ़ा दी है। सवाल उठता है: क्या भारत चौथी लहर की ओर बढ़ रहा है? आइए जानते हैं बढ़ते मामलों की असली वजह, राज्यवार स्थिति, नए वैरिएंट्स और जरूरी सावधानियों के बारे में।

देश में बढ़ते COVID-19 मामले: क्या लौट आया है कोरोना?

बीते कुछ दिनों में भारत में कोविड-19 के एक्टिव केसों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में प्रतिदिन औसतन 1,200 से ज्यादा नए केस दर्ज हो रहे हैं। हालांकि ये संख्या 2021 और 2022 के पीक से बहुत कम है, लेकिन लगातार हो रही वृद्धि एक अलार्म की तरह देखी जा रही है।

विशेषज्ञों के अनुसार, यह संक्रमण का एक “मिनी वेव” हो सकता है, जो कुछ हफ्तों तक चल सकता है। वहीं, कम टेस्टिंग और लक्षणों में बदलाव की वजह से कई मामले रिपोर्ट भी नहीं हो पा रहे हैं, जिससे असल स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है।

राज्यवार कोविड अपडेट: कहाँ हालात चिंताजनक हैं?

  • महाराष्ट्र: सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य फिर से कोविड के केंद्र में है। मुंबई और पुणे में केसों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

  • दिल्ली: राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 7% से ऊपर पहुंच चुकी है, जो चिंता का विषय है।

  • केरल: यहां पर केस स्थिर हैं लेकिन हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं।

  • उत्तर प्रदेश: नोएडा और लखनऊ जैसे शहरी इलाकों में मामलों में उछाल देखा गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को निगरानी बढ़ाने और टेस्टिंग में तेजी लाने की सलाह दी है।

हेल्थ एडवाइजरी: फिर से मास्क पहनने की ज़रूरत?

स्वास्थ्य मंत्रालय और WHO ने हाल में एक नई गाइडलाइन जारी की है। इसके अनुसार:

  • बंद स्थानों (जैसे मेट्रो, मॉल, ऑफिस) में मास्क पहनना जरूरी किया गया है।

  • सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने और टेस्ट कराने की सलाह दी गई है।

  • सोशल डिस्टेंसिंग, हाथों की सफाई और भीड़भाड़ से बचने पर जोर दिया गया है।

नया वैरिएंट: खतरे की घंटी?

इस बार कोविड मामलों में वृद्धि के पीछे JN.1.7 नामक एक नया वैरिएंट हो सकता है। यह ओमिक्रॉन की ही एक सब-लाइन है, लेकिन इसके लक्षण अलग हैं और यह तेज़ी से फैल सकता है। डॉक्टर्स के अनुसार, इस वैरिएंट के लक्षण हल्के हो सकते हैं, लेकिन बुजुर्ग और पहले से बीमार लोगों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।

कोविड लक्षणों में बदलाव: अब खांसी-बुखार नहीं, ये हैं नए संकेत

अब पारंपरिक लक्षणों जैसे तेज बुखार या सूखी खांसी की जगह कुछ नए लक्षण सामने आ रहे हैं:

  • लगातार थकान

  • गले में खराश

  • हल्का सिरदर्द

  • आंखों में जलन

  • डायरिया

डॉक्टर्स सलाह दे रहे हैं कि अगर ये लक्षण दिखाई दें तो लापरवाही न करें और तुरंत जांच करवाएं।

 COVID-19 बूस्टर डोज़: कितना असरदार है?

 COVID-19 कोविड वैक्सीनेशन की तीसरी यानी बूस्टर डोज़ अब भी भारत के बड़े हिस्से में लोगों ने नहीं ली है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार:

  • अभी तक करीब 40% पात्र लोगों ने बूस्टर डोज़ ली है।

  • नई वैरिएंट के खिलाफ बूस्टर डोज़ से संक्रमण का खतरा कम हो सकता है।

लोगों को फिर से वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचने की अपील की जा रही है।

टेस्टिंग और ट्रैकिंग फिर से शुरू

सरकार ने RT-PCR और रैपिड एंटीजन टेस्टिंग में तेजी लाई है। कई जिलों में कंटेनमेंट जोन फिर से बनाए जा रहे हैं। साथ ही:

  • हवाई अड्डों पर इंटरनेशनल पैसेंजर्स की स्क्रीनिंग बढ़ाई गई है।

  • रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी थर्मल स्क्रीनिंग शुरू हो चुकी है।

एक्सपर्ट्स की राय: क्या है अगला कदम?

AIIMS और ICMR के विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन अगर लोग लापरवाह बने रहे तो चौथी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए:

  • टेस्टिंग बढ़ानी होगी

  • लोगों को लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए

  • वैक्सीनेशन कवरेज को बढ़ाना जरूरी है

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